वर्षों से बंद पड़ा सामुदायिक शौचालय
रिपोर्ट -संजय राय
चितबड़ागांव ( बलिया (। स्थानीय नगर पंचायत स्थित
नगर में बने सामुदायिक शौचालय का बंद ताला लोगों की परेशानी का कारण बन गया है। जिन घरों में शौचालय नहीं बना है उनकी दिन चर्या सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय पर ही निर्भर है। ऐसे लोग परेशान हैं।
चितबड़ागांव नगर पंचायत में बने सामुदायिक शौचालय का बंद ताला लोगों की परेशानी का कारण बन गया है। जिन घरों में शौचालय नहीं बना है, उनकी दिन चर्या सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय पर ही निर्भर है। ऐसे लोग परेशान हैं। नगर पहले ही ओडीएफ घोषित हो चुका है। खुले में शौच पर जुर्माना की राशि निर्धारित की गई है। किसी को खुले में शौच करने की इजाजत नहीं है। लेकिन, सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों में ताला शौचालयो का निर्माण कराया गया था।
बताते चलें कि नगर में कुल 3 जगहों पर कई सालों पूर्व लाखों रुपये कर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। ताकि, लोग शौचालय के अभाव में खूले में शौच के बजाय सामुदायिक शौचालय का उपयोग कर सकें। किन्तु पिछले सालों से मरम्मत के कारण तीन में से दौ शौचालय बंद पड़े हैं। नगर पंचायत का कहना है कि बंद पड़े शौचालय मरम्मत कराकर जल्द ही चालू कर दिया जायेगा । नगर में सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं। नगर पंचायत वार्ड नंबर- 11 जवाहर नगर के सभासद प्रतिनिधि रामजी सिंह बंद पड़े शौचालय के विषय में पूछे जाने पर बताया कि शौचालय का टंकी पिछले कई वर्ष पूर्व भर जाने के कारण बंद पड़ा है जिसकी सफाई कराने के लिए कई बार नगर पंचायत चैयरमैन तथा अधिशासी अधिकारी को लिखित तथा मौखिक रूप से शिकायत किया किन्तु आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया । ब्रम्ही बाबानगर,अब्दुलकलाम नगर काली मंदिर के समीप नगर पंचायत के द्वारा शासन से लाखों रूपये अवमुक्त कराकर शौचालय निर्माण कराया लेकिन किन्तु अभी तक इन शौचालयों के बंद होने पर स्थानीय लोगों में नाराजगी व्याप्त हैै। नगर में बंद सामुदायिक शौचालय के बंद रहने पर स्थानीय महिलाओं ने गहरी नाराजगी जताई है । उनका कहना है कि सामुदायिक शौचालय में बंद होने के कारण खुले में शौच जाने की विवशता है।
स्थानीय नगर पंचायत के भाजपा नेता अमरजीत सिंह ने नगर पंचायत की इस व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए नगर पंचायत
में बंद पड़े सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों को जल्द से जल्द स्थानीय निवासियों के हितों को ख्याल में रखते हुए बंद शौचालयों को चालू करने की मांग की है कि
बंद पड़े शौचालयों का मरम्मत न कराते हुए नगर पंचायत अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा हैं।