बंगलादेश पर भारत की जलनभरी जीत
दुबई के जलते लाइटों के नीचे 41‑रन के अंतर से भारत ने बंगलादेश को हराते हुए Asia Cup 2025 के फाइनल की सीटी बजा दी। यह जीत सिर्फ स्कोर तक सीमित नहीं, बल्कि दो टीमों के बीच 18 में से 17 जीत का इतिहास भी दोहराया। सुपर‑फ़ोर में अगर पहले बैटिंग करने का मौका नहीं मिला तो आज का मैच वही पहला मौका बन गया जहाँ भारत ने सबसे बड़ा फायदा उठाया।
इंनिंग की शुरुआत में ही अभिषेक शर्मा ने 37 गेंदों में 75 रन का धमाकेदार अक्रेडिट बनाया। उनका 13‑रन‑ओवर, जिसमें सात चौके और चार छक्के शामिल थे, भारतीय टीम के लिए छोटे‑छोटे मील के पत्थर बन गए। उनकी हिटिंग ने टीम को 173/4 की रोमांचक लक्ष्यी प्राप्ति में मदद की, जिसे बंगलादेश को पीछे रहना नहीं पड़ा।
- अभिषेक के साथ ही लालाह और शांति ने कॉम्बिनेशन किया, जिससे शुरुआती ओवर में ही 50 रन का खजाना खुल गया।
- बिंगिंग की व्यवस्था में भारत ने पहले दो ओवर में ही 30 से अधिक रन जोड़ कर दबाव बनाया।
- सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम ने इंटरेक्टिव मैपिंग के साथ बंगलादेश की बॉलिंग को टारगेट किया।
कप्तान सूर्यकुमार ने अपनी बातों में कहा, "हम सुपर‑फ़ोर में पहले बैटिंग करने का प्लान बना रहे थे, क्योंकि बंगलादेश की बॉलिंग में एक लिफ्ट‑ऑफ़ स्पिनर और एक लेग‑स्पिनर है, जो हमें पहले ही लीड दे सकता है।" उनकी इस रणनीति के पीछे का मकसद बॉलिंग के दौरान प्रतिद्वंद्वी को असहज मोमेंट देना था, जो बाद में दिखा।
बंगलादेश की पिच पर चढ़ते हुए शमीम हुसैन को वरुण चकरवर्थी ने डक कर दिया, जो टीम की शुरुआती गिरावट का मुख्य कारण बन गया। लिग‑स्पिनर ने पहले कुछ ओवरों में चलती हुई गेंदों से कई बार रन दी थी, लेकिन अंत में वही गेंद शमीम को आउट कर गई, जिससे बंगलादेश के दांव पर पकड़ खिंच गई।
फील्डिंग में सूर्यकुमार ने अपनी "स्पाइडर‑मैन" जैसा डाइव करके जैकर अली को सीधा रन‑आउट किया। यह एक्शन टेलीकास्ट में सबसे हाइलाइटेड मोमेंट बन गया, जहाँ दर्शकों ने उनके तेज़ फेंके हुए बॉल को चटकते हुए देखा। इस फॉर्म में बंगलादेश की क्विक सिंगल का विकल्प बन गया, और भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया।
फ़ाइनल की राह और आने वाला टीकर मुकाबला
भारत की जीत से टूरनमेंट की संरचना में एक रोमांचक मोड़ आया। अब बंगलादेश और पाकिस्तान के बीच का मैच एक अनोखा नॉक‑आउट बन गया, जहाँ जीतने वाली टीम को भारत के खिलाफ फाइनल में खेलने का मौका मिलेगा। यह पहली बार होगा जब भारत‑पाकिस्तान की टकराव फाइनल में हो सकती है, इसलिए इस मैच को जलती निगाहों से देखा जाएगा।
बंगलादेश के अस्थायी कप्तान जैकर अली ने खेल के बाद कहा, "हमें 10 ओवर बाद बैटिंग में एडजस्टमेंट करनी पड़ी, लेकिन हम इस सीखे हुए सबक को अगले मैच में लागू करेंगे।" उनका आशावादी रवैया टीम को आगे बढ़ने का इंधन देगा, लेकिन विषम परिस्थितियों में उन्हें फिर से खुद को साबित करना होगा।
बॉलिंग पक्ष में भारत ने भी दिखावा नहीं किया। वरुण चकरवर्थी के अलावा, राहुल धोनी और हेमंत शर्मा ने अपने-अपने लिंडनिंग और लेग‑स्पिन से बंगलादेश के विकेट लिये। विशेषकर निचले क्रम के बॉलरों ने उस हाई‑स्विंगिंग बॉल को संभाल कर बंगलादेश को 132/9 पर मोहर लगा दी।
- वरुण ने 2 विकेट लिए, जिसमें शमीम का डक शामिल था।
- राहुल ने 1 विकेट के साथ इकोनॉमिक 7.4 रनों प्रति ओवर बनाए।
- हेमंत ने 2 विकेट लिये, जो अंत में बंगलादेश को 41‑रन के अंतर पर रोक डाले।
मैच के बाद सूर्यकुमार ने कहा, "अगर आउटफ़ील्ड तेज़ होती तो हम 180‑185 तक पहुंच सकते थे, लेकिन हमारी बॉलिंग ने 12‑14 ओवर में ही मैच को सुलझा दिया।" उनका आत्मविश्वास स्पष्ट था, और टीम की बहु‑विधा क्षमता को दर्शाता है कि वह फाइनल में भी मजबूती से खेल सकती है।
आने वाले फाइनल में अगर भारत का सामना पाकिस्तान से हो तो यह ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर दो सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों का सामना होगा। दोनों टीमें अभी तक अपना फॉर्म दिखा चुकी हैं, और इस ज्वलंत टकराव को देखने के लिए दर्शक बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।
अन्य तरफ, बंगलादेश को अभी भी अपने खेल में सुधार लाना है, खासकर नीचे क्रम के वाइज़र और फील्डिंग में। उनका अगला मैच पाकिस्तान के खिलाफ होगा, जहाँ जीतने पर वे भारत के साथ फाइनल में धूम मचाएंगे। इस जोखिम भरी स्थिति में दोनों टीमों को अपनी ताकत को और भी बढ़ाने की जरूरत होगी।