जब Monolithisch India Solutions, Mineral Group of Companies ने 17 जून 2025 को अपने IPO का अंतिम आवंटन घोषित किया, तो बाजार में हलचल गहरी थी। कंपनी ने 182.96 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल किया, जिससे निवेशकों की उत्सुकता की सीमा का अंदाजा लगा। यह सब्सक्रिप्शन स्तर सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि भारतीय इस्पात उद्योग में कंपनी की रणनीतिक महत्ता को भी दर्शाता है।
IPO आवंटन का अंतिम चरण और प्रक्रिया
IPO का बिडिंग अवधि 12 जून से 16 जून 2025 तक चली, जिसमें UPI मंडेट की अंतिम सीमा 16 जून को शाम 5 बजे IST थी। सफल आवेदकों के शेयर 18 जून को उनके खाते में डेबिट हो गए, जबकि असफल आवेदकों को उसी दिन रिफंड मिला। इस पूरी प्रक्रिया को National Stock Exchange (NSE) की वेबसाइट और KFin Technologies के पोर्टल के माध्यम से ट्रैक किया जा सकता था।
सब्सक्रिप्शन आँकड़े और वर्गीकरण
कंपनी ने कुल 5,736,000 शेयर, प्रत्येक की कीमत ₹101, और लॉट साइज 1,200 शेयर में पेश किए। तीन प्रमुख वर्गों में सब्सक्रिप्शन का विवरण इस प्रकार रहा:
- Qualified Institutional Buyers (QIB) ने 129.2 गुना सब्सक्राइब किया, कुल 1,089,200 शेयर (लगभग 19%).
- Retail Individual Investors (RII) ने 94.71 गुना सब्सक्राइब किया, कुल 1,907,000 शेयर (लगभग 33%).
- Non‑Institutional Investors (NII) ने 340.47 गुना सब्सक्राइब किया, कुल 818,000 शेयर (लगभग 14%).
- बাকি 33.5% शेयर एंकर इन्भेस्टर्स, विदेशी संस्थागत और अन्य वर्गों में बाँटे गए, जिसमें एंकर निवेशकों को 1,633,800 शेयर (लगभग 28.5%) मिले।
दिन‑दर‑दिन सब्सक्रिप्शन ग्राफ़ ने दिखाया कि पहला दिन सिर्फ 2.07 गुना था, दूसरे दिन 7.52 गुना तक बढ़ा, और अंतिम दिन कुल 170.12 गुना (नवीनतम गणना 182.96 गुना) तक पहुँच गया। यह तेज़ी से बढ़ता ट्रेंड भारतीय धातु निर्माता की विश्वसनीयता को दर्शाता है।
सूचीबद्ध होने के बाद का बाजार दृश्य
19 जून को NSE Emerge न्यू दिल्ली प्लेटफ़ॉर्म पर शेयर लिस्ट हुए। शुरुआती ट्रेड में शेयर ₹452 पर बंद हुए, जिससे पिछले दिन की तुलना में 1.3% गिरावट आई। तकनीकी विश्लेषण ने दिखाया कि स्टॉक 5‑दिवसीय, 20‑दिवसीय और 30‑दिवसीय SMA के नीचे ट्रेड कर रहा है, जबकि 10‑दिवसीय और 50‑दिवसीय SMA के ऊपर बना हुआ है—यह संकेत देता है कि कीमत ने तेज़ उछाल के बाद हल्की स्थिरीकरण की ओर रुख किया है।
प्रमुख निवेशकों की प्रतिक्रिया
इक्विटी बाजार के बिग खिलाड़ी Mukul Agrawal ने IPO लिस्टिंग के 44 दिनों में शेयर की कीमत लगभग 200% तक बढ़ने के बाद अपनी होल्डिंग 2.30% से बढ़ाकर 2.76% कर दी। उनका यह कदम Monolithisch India को अपने पोर्टफोलियो में दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकर्ता बनाता है, पहले Raghav Productivity Enhancers Ltd (RPEL) के साथ उनका पूरा बाहर निकलना उल्लेखनीय है।
कंपनी का भविष्य और विस्तार योजना
Monolithisch India, जो 2018 में Mineral Group के तहत स्थापित हुई, भारत के 80% एकीकृत इस्पात संयंत्रों को प्री‑मिक्स्ड रैमिंग मैस सप्लाई करती है। इस उत्पाद का प्रयोग द्वितीयक इस्पात उत्पादन के इंडक्शन फ़र्नेस में किया जाता है, जिससे उत्पादन दक्षता में वृद्धि होती है। IPO के द्वारा जुटाए गए ₹101 करोड़ (5,736,000 शेयर × ₹101) को कंपनी ने क्षमता विस्तार, नई उत्पादन लाइनों की स्थापना, और तकनीकी उन्नयन के लिए earmark किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कंपनी इन फंड्स को सही दिशा में लगाती है, तो अगले दो वर्षों में उसकी राजस्व में 30‑40% की वृद्धि संभव है।
मुख्य तथ्य
- आवंटन तिथि: 17 जून 2025
- सूची तिथि: 19 जून 2025 (NSE Emerge)
- सब्सक्रिप्शन: 182.96 गुना (कुल)
- प्रमुख निवेशक: Mukul Agrawal (होल्डिंग 2.76%)
- उत्पाद: प्री‑मिक्स्ड रैमिंग मैस, 80% इस्पात प्लांट सप्लाई
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
IPO आवंटन की घोषणा कब हुई?
Monolithisch India ने अपना अंतिम आवंटन 17 जून 2025 को प्रकाशित किया, जिससे निवेशकों को अपनी allotment स्थिति जानने के लिए दो दिन (18 जून) मिले।
कौन-कौन से निवेशक वर्ग ने सबसे अधिक शेयर खरीदे?
Non‑Institutional Investors ने 340.47 गुना सबसे अधिक सब्सक्राइब किया, जिसके बाद QIB (129.2 गुना) और Retail Individual Investors (94.71 गुना) रहे। एंकर निवेशकों को भी कुल शेयर का 28.5% आवंटित किया गया।
शेअर लिस्टिंग के बाद कीमत में क्या बदलाव आया?
सूची के दो हफ्ते बाद शेयर ₹452 पर बंद हुए, जिससे पिछले दिन की तुलना में 1.3% गिरावट आई। तकनीकी संकेतक दर्शाते हैं कि कीमत ने तेज़ उछाल के बाद संभावित स्थिरीकरण की दिशा ली है।
Mukul Agrawal ने इस IPO में अपनी होल्डिंग क्यों बढ़ाई?
Mukul Agrawal ने शेयर की कीमत में लगभग 200% की त्वरित वृद्धि को देखते हुए अपनी हिस्सेदारी 2.30% से 2.76% कर दी, जिससे उनका पोर्टफ़ोलियो बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। यह वृद्धि उनके निवेश रणनीति में इस सेक्टर की मज़बूत संभावना दर्शाती है।
IPO द्वारा जुटाए गए फंड्स का उपयोग कैसे किया जाएगा?
कंपनी ने बताया कि एकत्रित ₹101 करोड़ को उत्पादन क्षमता बढ़ाने, नई रैमिंग मैस लाइनों की स्थापना, और आधुनिक तकनीकी‑उन्नयन में लगाया जाएगा, जिससे अगले दो साल में राजस्व वृद्धि का लक्ष्य है।