प्रधानमंत्री मोदी से बंगाल के नाम परिवर्तन की प्रक्रिया को जल्द करने के लिए कहा?

प्रधानमंत्री मोदी से बंगाल के नाम परिवर्तन की प्रक्रिया को जल्द करने के लिए कहा?

पश्चिम बंगाल के नाम परिवर्तन की मांग

स्वतंत्रता के बाद से ही पश्चिम बंगाल के नाम परिवर्तन की मांग जताई जा रही है। इस राज्य के नाम परिवर्तन की मांग का मुख्य कारण यह है कि इसका नाम 'पश्चिम बंगाल' अंग्रेजी वर्णमाला में अंत में आता है, जिसके कारण इसे केंद्र सरकार की बैठकों में अखिरी में बुलाया जाता है। इसलिए राज्य सरकार ने नाम परिवर्तन की मांग की है।

पश्चिम बंगाल का नया नाम 'बंगल'

पश्चिम बंगाल सरकार ने इस राज्य का नाम 'बंगल' रखने की सिफारिश की है। इस नाम के साथ इसे अंग्रेजी वर्णमाला में पहले स्थान पर लाया जा सकता है। यह नाम भी बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर को प्रतिबिम्बित करता है।

प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध

पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस प्रक्रिया को जल्दी करने का अनुरोध किया है। यह अनुरोध राज्य सरकार द्वारा पत्राचार के माध्यम से किया गया है। इसमें उन्होंने कहा है कि इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द समाप्त करने की आवश्यकता है।

केंद्र सरकार की राय

अब तक केंद्र सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, यह माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को मान्यता देने पर विचार कर सकती है।

राज्य की जनता की प्रतिक्रिया

राज्य की जनता ने इस नाम परिवर्तन को सकारात्मक रूप से लिया है। वे मानते हैं कि यह नाम परिवर्तन राज्य की पहचान को मजबूत करेगा और इसे केंद्र सरकार की बैठकों में प्राथमिकता दिलाएगा।

अगले चरण की उम्मीद

अब आगे की उम्मीद यह है कि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को मान्यता देगी और पश्चिम बंगाल का नाम 'बंगल' हो जाएगा। यह नाम परिवर्तन न केवल राज्य की पहचान को मजबूत करेगा, बल्कि इसे केंद्र सरकार की बैठकों में प्राथमिकता भी दिलाएगा।

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