स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से फर्जी तरीके से चल रहा विजय हास्पिटल
प्रदीप दुबे
ग़ाज़ीपुर जिले में जखनिया स्थित भुरकुंडा कोतवाली व जखनिया तहसील के सामने फर्जी तरीके से चलाया जा रहा है विजय हास्पिटल इस हॉस्पिटल में कई बड़ी घटनाएं हुई फिर भी स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से धड़ल्ले से चलाया जा रहा है यह हास्पिटल जिसमें नहीं कोई योग्य डॉ और ना ही कोई योग्य स्टॉप फिर भी जोरों से चल रहा ऑपरेशन ।
एक तरफ लोग जहां कोरना महामारी का प्रकोप झेल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी जेब भरने में लगे हैं. कुछ ऐसा ही हाल झोलाछाप डॉक्टरों का भी है. गाजीपुर के जखनिया में विजय हास्पिटल का न अब तक उसका जिला मुख्यालय पर पंजीकरण हुआ फिर भी झोलाछाप डॉक्टर ऑपरेशन के नाम पर पैसे वसूलते हैं और फिर इलाज के नाम पर मेडिसिन के के लिए काफी धन उगाही की जाती है यही नहीं मामला थमता। हास्पिटल फर्जी तरीके से तो चलाया जा ही रहा है वहीं हास्पिटल में दवाओं का भंडार भी, विजय हास्पिटल के संस्थापक महोदय द्वारा लगाया जाता है दवाओं के लिए शासन-प्रशासन से मेडिकल स्टोर का रजिस्ट्रेशन कराया जाता है जोकि ऐसा कोई रजिस्ट्रेशन उनके पास उपलब्ध नहीं है फिर भी धड़ल्ले से बिक रहा मेडिसिन देखिए कब तक स्वास्थ विभाग रहता है मैन और क्या होती है कार्रवाई ?